यह ब्लॉग खोजें

मंगलवार, 9 अक्टूबर 2018

नवरात्रि #navratri2018 जानिए माँ दुर्गा के नो स्वरूप

🙏नवरात्रि 2018✨🎇

नवरात्र शुरू होने वाले है lekin क्या आप जानते है
की नवरात्रि मे माँ दुर्गा के जिन नौ स्वरूपों के नाम क्या है
तो आइए जानते हैं
माँ दुर्गा अपने 9 दिनों के नवरात्रि महोत्सव में अपने 9 रूपों के लिए जानी जाती है और दुनिया भर में अपने भक्तो द्वारा पूजी जाती है। नौ दिन की अविधि शुकल पक्ष के दिन से नौवे दिन अश्विना तक हिंदू कैलेंडर के सबसे शुभ समय माना जाता है,और इसलिए दुर्गा पूजा के रूप में वर्ष की सबसे मशहूर समय माना जाता है। नौ रूप नौ दिन तक लगातार अलग अलग पूजे जाते है। हालाकि साल में चार बार नवरात्रि आते है | जाने कब कब आते है दुर्गा के नवरात्रि

देवी दुर्गा के नौ रूप कौन कौन से है ?


प्रथम् शैल-पुत्री च, द्वितियं ब्रह्मचारिणि
तृतियं चंद्रघंटेति च चतुर्थ कूषमाण्डा
पंचम् स्कन्दमातेती, षष्टं कात्यानी च
सप्तं कालरात्रेति, अष्टं महागौरी च
नवमं सिद्धिदात्री

शैलपुत्री ( पर्वत की बेटी )

वह पर्वत हिमालय की बेटी है और नौ दुर्गा में पहली रूप है । पिछले जन्म में वह राजा दक्ष की पुत्री थी। इस जन्म में उसका नाम सती-भवानी था और भगवान शिव की पत्नी । एक बार दक्षा ने भगवान शिव को आमंत्रित किए बिना एक बड़े यज्ञ का आयोजन किया था देवी सती वहा पहुँच गयी और तर्क करने लगी। उनके पिता ने उनके पति (भगवान शिव) का अपमान जारी रखा था ,सती भगवान् का अपमान सहन नहीं कर पाती और अपने आप को यज्ञ की आग में भस्म कर दी | दूसरे जन्म वह हिमालय की बेटी पार्वती- हेमावती के रूप में जन्म लेती है और भगवान शिव से विवाह करती है। 

भ्रमाचारिणी (माँ दुर्गा का शांति पूर्ण रूप)

दूसरी उपस्तिथि नौ दुर्गा में माँ ब्रह्माचारिणी की है। " ब्रह्मा " शब्द उनके लिए लिया जाता है जो कठोर भक्ति करते है और अपने दिमाग और दिल को संतुलन में रख कर भगवान को खुश करते है । यहाँ ब्रह्मा का अर्थ है "तप" । माँ ब्रह्मचारिणी की मूर्ति बहुत ही सुन्दर है। उनके दाहिने हाथ में गुलाब और बाएं हाथ में पवित्र पानी के बर्तन ( कमंडल ) है। वह पूर्ण उत्साह से भरी हुई है ।
उन्होंने तपस्या क्यों की उसपर एक कहानी है |
पार्वती हिमवान की बेटी थी। एक दिन वह अपने दोस्तों के साथ खेल में व्यस्त थी नारद मुनि उनके पास आये और भविष्यवाणी की "तुम्हरी शादी एक नग्न भयानक भोलेनाथ से होगी और उन्होंने उसे सती की कहानी भी सुनाई। नारद मुनि ने उनसे यह भी कहा उन्हें भोलेनाथ के लिए कठोर तपस्या भी करनी पढ़ेगी। इसीलिए माँ पार्वती ने अपनी माँ मेनका से कहा की वह शम्भू (भोलेनाथ ) से ही शादी करेगी नहीं तोह वह अविवाहित रहेगी। यह बोलकर वह जंगल में तपस्या निरीक्षण करने के लिए चली गयी। इसीलिए उन्हें तपचारिणी ब्रह्मचारिणी कहा जाता है।

चंद्रघंटा ( माँ का गुस्से का रूप )

तीसरी शक्ति का नाम है चंद्रघंटा जिनके सर पर आधा चन्द्र (चाँद ) और बजती घंटी है। वह शेर पर बैठी संगर्ष के लिए तैयार रहती है। उनके माथे में एक आधा परिपत्र चाँद ( चंद्र ) है। वह आकर्षक और चमकदार है । वह ३ आँखों और दस हाथों में दस हतियार पकडे रहती है और उनका रंग गोल्डन है। वह हिम्मत की अभूतपूर्व छवि है। उनकी घंटी की भयानक ध्वनि सभी राक्षसों और प्रतिद्वंद्वियों को डरा देती है ।

कुष्मांडा ( माँ का ख़ुशी भरा रूप )

माँ के चौथे रूप का नाम है कुष्मांडा। " कु" मतलब थोड़ा "शं " मतलब गरम "अंडा " मतलब अंडा। यहाँ अंडा का मतलब है ब्रह्मांडीय अंडा । वह ब्रह्मांड की निर्माता के रूप में जानी जाती है जो उनके प्रकाश के फैलने से निर्माण होता है। वह सूर्य की तरह सभी दस दिशाओं में चमकती रहती है। उनके पास आठ हाथ है ,साथ प्रकार के हतियार उनके हाथ में चमकते रहते है। उनके दाहिने हाथ में माला होती है और वह शेर की सवारी करती है।

स्कंदमाता ( माँ के आशीर्वाद का रूप )

देवी दुर्गा का पांचवा रूप है " स्कंद माता ", हिमालय की पुत्री , उन्होंने भगवान शिव के साथ शादी कर ली थी । उनका एक बेटा था जिसका नाम "स्कन्दा " था स्कन्दा देवताओं की सेना का प्रमुख था । स्कंदमाता आग की देवी है। स्कन्दा उनकी गोद में बैठा रहता है। उनकी तीन आँख और चार हाथ है। वह सफ़ेद रंग की है। वह कमल पैर बैठी रहती है और उनके दोनों हाथों में कमल रहता है।

कात्यायनी ( माँ दुर्गा की बेटी जैसी )

माँ दुर्गा का छठा रूप है कात्यायनी। एक बार एक महान संत जिनका नाम कता था , जो अपने समय में बहुत प्रसिद्ध थे ,उन्होंने देवी माँ की कृपा प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक तपस्या करनी पढ़ी ,उन्होंने एक देवी के रूप में एक बेटी की आशा व्यक्त की थी। उनकी इच्छा के अनुसार माँ ने उनकी इच्छा को पूरा किया और माँ कात्यानी का जन्म कता के पास हुआ माँ दुर्गा के रूप में।

कालरात्रि ( माँ का भयंकर रूप )

माँ दुर्गा का सातवाँ रूप है कालरात्रि। वह काली रात की तरह है, उनके बाल बिखरे होते है, वह चमकीले भूषण पहनती है। उनकी तीन उज्जवल ऑंखें है ,हजारो आग की लपटे निकलती है जब वह सांस लेती है। वह शावा (मृत शरीर ) पे सावरी करती है,उनके दाहिने हाथ में उस्तरा तेज तलवार है। उनका निचला हाथ आशीर्वाद के लिए है। । जलती हुई मशाल ( मशाल ) उसके बाएं हाथ में है और उनके निचले बाएं हाथ में वह उनके भक्तों को निडर बनाती है। उन्हें "शुभकुमारी" भी कहा जाता है जिसका मतलब है जो हमेश अच्छा करती है।

महागौरी ( माँ पार्वती का रूप और पवित्रता का स्वरुप )

आठवीं दुर्गा " महा गौरी है।" वह एक शंख , चंद्रमा और जैस्मीन के रूप सी सफेद है, वह आठ साल की है,उनके गहने और वस्त्र सफ़ेद और साफ़ होते है। उनकी तीन आँखें है ,उनकी सवारी बैल है ,उनके चार हाथ है। उनके निचले बाय हाथ की मुद्रा निडर है ,ऊपर के बाएं हाथ में " त्रिशूल " है ,ऊपर के दाहिने हाथ डफ है और निचला दाहिना हाथ आशीर्वाद शैली में है।वह शांत और शांतिपूर्ण है और शांतिपूर्ण शैली में मौजूद है. यह कहा जाता है जब माँ गौरी का शरीर गन्दा हो गया था धुल के वजह से और पृत्वी भी गन्दी हो गयी थी जब भगवान शिव ने गंगा के जल से उसे साफ़ किया था। तब उनका शरीर बिजली की तरह उज्ज्वल बन गया.इसीलिए उन्हें महागौरी कहा जाता है । यह भी कहा जाता है जो भी महा गौरी की पूजा करता है उसके वर्तमान ,अतीत और भविष्य के पाप धुल जाते है।

सिद्धिदात्री (माँ का ज्ञानी रूप )

माँ का नौवा रूप है " सिद्धिदात्री " ,आठ सिद्धिः है ,जो है अनिमा ,महिमा ,गरिमा ,लघिमा ,प्राप्ति ,प्राकाम्य ,लिषित्वा और वशित्व। माँ शक्ति यह सभी सिद्धिः देती है। उनके पास कई अदबुध शक्तिया है ,यह कहा जाता है "देवीपुराण" में भगवान शिव को यह सब सिद्धिः मिली है महाशक्ति की पूजा करने से। उनकी कृतज्ञता के साथ शिव का आधा शरीर देवी का बन गया था और वह " अर्धनारीश्वर " के नाम से प्रसिद्ध हो गए। माँ सिद्धिदात्री की सवारी शेर है ,उनके चार हाथ है और वह प्रसन्न लगती है। दुर्गा का यह रूप सबसे अच्छा धार्मिक संपत्ति प्राप्त करने के लिए सभी देवताओं , ऋषियों मुनीस , सिद्ध , योगियों , संतों और श्रद्धालुओं के द्वारा पूजा जाता है
अन्य जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग पर जुड़े रहे
अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो प्लीज कमेंट बॉक्स मे कमेंट करे. ओर इसे सबसे पहले WhatsApp facebook etc. पर शेयर करके लोगो तक यह artical पहुंचाए
धन्‍यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

गुरुवार, 30 अगस्त 2018

How to file tax return

Prepare and Submit ITR Online

To Prepare and Submit ITR Online, please follow the below steps :

  1. Login to e-Filing website with User ID, Password, Date of Birth /Date of Incorporation and Captcha.
  2. Go to e-File and click on "Prepare and Submit ITR Online".
    Only ITRs 1 and 4S can be filled online
  3. Select the Income Tax Return Form ITR 1/ITR 4S and the Assessment Year.
  4. Fill in the details and click the"Submit" button.
  5. Upload Digital Signature Certificate (DSC), if applicable.
    Please ensure the DSC is registered with e-Filing.
  6. Click on "Submit" button.
  7. On successful submission, ITR-V would be displayed (if DSC is not used). Click on the link and download the ITR-V. ITR-V will also be sent to the registered email. If ITR is uploaded with DSC, the Return Filing process is complete. 
    OR
    The return is not uploaded with DSC, the ITR-V Form should be printed, signed and submitted to CPC within 120 days from the date of e-Filing. The return will be processed only upon receipt of signed ITR-V. Please check your emails/SMS for reminders on .non-receipt of ITR-V.

दाल फ्राई कैसे बनाए

तुअर या अरहर दाल फ्राई कैसे बनाए  
HOW to make toor dal at home 
  
सभी को ढाबा  और वहां की ढाबे वाली दाल फ्राई तो हर किसी की पसंदीदा दाल है। ढाबे वाली दाल फ्राई घर पर बनाना बहुत आसान है। आज मै आपको बहुत सरल स्टेप्स में इसे बनाना बताऊँगा , जरूर बना कर देखे और अपने खाने का स्वाद बढ़ाये। आप इसे रोटी व् चावल  के साथ परोसे व् खाने का मज़ा ले।

Step 1:-

अरहर /तूर दाल बनाने की विधि How to prepare Tur/ Arhar Dal:-

अरहर/तूर दाल के लिए सामान चाहिए Ingredients for Tur/ Arhar Dal :-
  • 170 ग्राम अरहर/ तूर दाल।
  • 700 मिली लीटर पानी।
  • १ छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर।
  • डेढ़ छोटी चम्मच हल्दी पाउडर।
  • डेढ़ छोटी चम्मच धनिया पाउडर।
  • डेढ़ छोटी चम्मच नमक।
अरहर/ तूर दाल बनाने का तरीका How to prepare Arhar /Tur Dal:-


  • अरहर दाल ले और उसे 15 मिनट के लिए भिगोये।
  • 15 मिनट के बाद आप दाल को धोए व् कुकर में पानी के साथ तेज़ आंच पर रखे।
  • अब उसमें लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर व् नमक मिलाये।
  • अब ढक्कन बंद करे और सिंटी का इंतज़ार करे।
  • 2 सिंटी के बाद गैस धीमी करे, जिससे वो अच्छे से पक़ जाये।
  • 4 सिंटी के बाद गैस बंद करे और दाल को स्टीम में रहने दे।
  • जब स्टीम निकल जाये तब ढक्कन खोलिए, दाल को अच्छे से चलाइए।
  • आपकी दाल तैयार है।

    ढाबे वाली दाल फ्राई बनाने की विधि How to prepare Dhaba style Dal fry:-

    ढाबे वाली दाल फ्राई बनाने का सामान Ingredients for Dhaba style Dal fry:-
    • एक बारीक़ कटा हुआ प्याज।
    • एक बारीक़ कटा हुआ टमाटर।
    • 15 ग्राम धनिया बारीक़ कटा हुआ।
    • एक बारीक़ कटा हुआ हरा मिर्ची 
    बारीक़ कटे हुए टमाटर प्याज धनिया व् मिर्च Finely chopped Onion, tomato, coriander and chili
    बारीक़ कटे हुए टमाटर प्याज धनिया व् मिर्च Finely chopped Onion, tomato, coriander and chili
    • 1 छोटा चम्मच साबुत जीरा।
    • 1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर।
    • आधा छोटा चम्मच हींग।
    • एक बड़ा चम्मच देसी घी 
    • आधा छोटा चम्मच नमक।
    ढाबे वाली दाल फ्राई बनाने की विधि How to prepare Dhaba Style Dal fry:-
    • तेज़ आंच पर कड़ाही रखे और उसमें घी डालें।
    • जब गरम हो जाये तब उसमें हींग डालें और फिर जीरा डालें।    फिर
    • ऊपर दिए गए तुअर दाल विधी की तरह इसे बनाए  

बुधवार, 29 अगस्त 2018




आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) कैसे बने पूरी जानकारी

I A S कैसे बने. 

जिला कलेक्टर इत्यादि कैसे बने 
 एक आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनना इतना आसान नहीं है इसके लिए काफी हार्ड वर्क के साथ साथ स्मार्ट स्टडी भी करना बेहद जरुरी है और आपको आईएएस एग्जाम के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए कैसे आप 10th या 12th पास करने के बाद आपको आपको किस तरह की पढाई करने चाहिए एक आईएएस ऑफिसर बन्ने के लिए तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की आईएएस क्या होता है ? आईएएस ऑफिसर कैसे बने ? (How to become an IAS Officer information in hindi) , हाउ टो बेकोमे अन आईएएस ऑफिसर इनफार्मेशन इन हिंदी , इसके लिए क्या क्या शैशिक योग्यता चाहिए (Educational Qualification Requirement for IAS Exam) , डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) कैसे बने ? एसडीएम् (SDM) और कलेक्टर बन्ने की जानकारी  ;                                                i एएस भारत की सर्वश्रेस्ट पढो में से एक माना जाता है इस एग्जाम को पास करने के लिए लाखो स्टूडेंट्स हर साल एग्जाम देते है लेकिन सिर्फ कुछ गिने चुने दिमाग तेज वाले और स्मार्ट स्टूडेंट ही इस एग्जाम को क्लियर कर पाते है और कुछ स्टूडेंट्स ऐसे होते है जिनको आईएएस एग्जाम की कुछ भी जानकारी नही होती फिर एग्जाम देने बैठ जाते है इसलिए कहा जाता है की किसी भी तरह एंट्रेंस एग्जाम (Entrance Exam) देने से पहले उसकी बारे पूरी जानकारी लेनी चाहिए तो आइये सबसे पहले जान  लेते ही आईएएस क्या होता है (What is IAS in Hindi) आईएएस ऑफिसर की पॉवर क्या है (Power of an IAS) ये क्या काम करते है और एक आईएएस बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन (Qualification) चाहिए इसके बाद हम जानेगे की कैसे एक आईएएस ऑफिसर(IAS Officer) बने पूरी जानकारी हिंदी में.
ias officer kaise bane

आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) क्या है आईएएस बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन चाहिए ये क्या काम करते है पूरी जानकारी

आईएएस का फुल फॉर्म इंडियन एडमिनिस्ट्रेटर सर्विस (Indian Administrative Service) है जिसे हम भारतीय प्रशासनिक सेवा यानि आईएएस (IAS) भी कहते है हर साल यूपीएससी (UPSC) कंडक्ट करती है यूपीएससी हर साल    करीब 24 सर्विस   के लिए    एग्जाम कंडक्ट करती है जिसमे IAS,आईपीएस (IPS) , IRS इत्यादि यूपीएससी में आईएस एग्जाम क्लियर करने के बाद आपको अलग अलग जोन में भेजा जाता है जैसे की डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) , एसडीएम् (SDM), इत्यादि और भी कई सरे पोस्ट होते है जो आपको आईएएस एग्जाम क्लियर करने के बाद दिया जाता है हर आईएस ऑफिसर का काम अपने अपने जोन में अलग अलग होता है आइये अब  जानते है कोण कोन आईएस ऑफिसर (IAS Officer) बन सकता है                                                                                                                                 लिगिबिलिटी क्राइटेरिया फॉर आईएएस ऑफिसर , ऐज लिमिट , एग्जाम अटेम्प्ट लिमिट  (Eligibility criteria , Age limit , exam attempt limit for IAS Officer in hindi) 
  • कैंडिडेट इंडिया नेपाल या भूटान का होना चाहिए
  • आप ग्रेजुएट होने चाहिए किसी भी सब्जेक्ट या स्ट्रीम में
  • आपकी उम्र 21 से 32 साल होनी चाहिए जनरल स्टूडेंट के लिए और इस केटेगरी के स्टूडेंट सिर्फ 6 बार इस एग्जाम को दे सकते है
  • SC/ST के लिए उम्र 21 से 37 साल तक होनी चाहिए और इस केटेगरी के स्टूडेंट्स के लिए कोई एग्जाम एटेम्पट लिमिट नहीं है आप जितनी बार भी एग्जाम दे सकते है
  • ओबीसी (OBC) के लिए 21 से 35 साल तक होनी चाहिए और इस केटेगरी के स्टूडेंट्स 9 बार एटेम्पट (attempt) कर सकते है एग्जाम के लिए
  • फिजिकली डिसएबल (Physically disable) कैंडिडेट के लिए 21 से 42 साल तक की ऐज (age) रखी गयी है और इस इस केटेगरी में जनरल और ओबीसी के लिए कुल 9 एटेम्पट दिए गए है और SC/ST के लिए कोई लिमिट नही है आप जितनी बार भी एग्जाम दे सकते है
  • जम्मू एंड कश्मीर दोमिसिले (Jammu & kasmir domicile) में जनरल के लिए ऐज लिमिट 37 इयर और OBC के लिए 40 साल और SC/ST के लिए 42 और फिजिकल हेंडीकैप के लिए 50 साल रखी गयी है
  • डिसएबल सर्विसमेन और डिसएबल फ्रॉम ड्यूटी कैंडिडेट के लिए जनरल =37 yrs , ओबीसी = 38 और SC/ST = 40 रखी गयी है और लिमिट सेम है

आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) कैसे बने पूरी जानकारी

 1. 12वी क्लास पास करे किसी भी सब्जेक्ट से
अगर आपको आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनना है तो इसके लिए सबसे पहले आपको 12वी की परीक्षा पास करनी होगी अगर आप अभी स्कूल में है तो किसी भी स्ट्रीम (Stream) से चाहे वो साइंस (Science) , कॉमर्स (Commerce) हो या फिर आर्ट्स (Arts) सब्जेक्ट हो बस आपको सबसे पहले बारवी पास करनी होगी
 2. अब ग्रेजुएशन पूरी करे किसी भी कोर्स में
जैसे ही आप 12वी पास करले इसके बाद अब आपको अपने हिसाब से जिस भी सब्जेक्ट में इंटरेस्ट है उसमे अपनी ग्रेजुएशन/डिग्री पूरी करे क्यों की एक आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनने के लिए ग्रेजुएट होना बेहद जरुर है तभी यूपीएससी की सिविल सर्विस एग्जाम में बैठ सकते है बिना ग्रेजुएशन या डिग्री के आप इस एग्जाम को नही दे सकते
 3. अब UPSC एग्जाम के लिए अप्लाई करे
जैसे ही आपको ग्रेजुएशन पूरी हो जाये तो इसके बाद आप यूपीएससी (UPSC) एग्जाम के लिए अप्लाई करना होगा या फिर आप चाहे तो फाइनल इयर में भी इस एग्जाम के लिए अप्लाई कर सकते है तो अगर आप IAS , IPS , IRS जैसे एग्जाम देने है तो   सभी के लिए आपको UPSC Exam देना होगा क्योंकी यूपीएससी ही इन एक्साम्स को कंडक्ट करता है और ये सबसे मुस्किल एग्जाम है
जैसे ही आप यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) के लिए अप्लाई करदेते है इसके बाद आपको 3 मेन एग्जाम को क्लियर करना होगा सबसे पहला होता है प्रेलिमिनारी एग्जाम (The preliminary exam) , दूसरा द मेन एग्जाम (The Main exam) और लास्ट . अब Preliminary Exam एग्जाम क्लियर करे
यूपीएससी एग्जाम में अप्लाई करने के बाद अब आपको सबसे पहला एग्जाम क्लियर करना होगा जिसका नाम है The preliminary exam, इसमें दो पेपर होते है और दोनों ही ऑब्जेक्टिव वाले सवाल होते है यानि की चार आप्शन वाले तो दोनों पेपर 200 – 200 के होंगे तो नेक्स्ट राउंड में जाने के लिए आपको इस एग्जाम को क्लियर करना होगा जो की बेहद जरुरी है आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनने के लिए.
 5. अब Main Exam क्लियर करे
जैसे ही आप पहले एग्जाम को क्लियर करलेते है इसके बाद अब आपको मेन एग्जाम क्लियर करना होगा जो की बहोत मुस्किल होता है इसमें आपको टोटल 9 पेपर देने होंगे जिसमे आपको रिटेन (Written Exam) के साथ साथ इंटरव्यू भी देना होता है ये थोडा मुस्किल होता है तो इस एग्जाम को बहोत लोग क्लियर नहीं कर पाते तो अगर आपको आईपीएस ऑफिसर बनना है तो आपको अच्छे से और एग्जाम में टॉप मार्क्स लाने होगे तो आपको आईएएस एग्जाम क्लियर करने के लिए धयान से पढना हो.
 6. अब इंटरव्यू राउंड क्लियर करे
जैसे ही आपके दोनों राउंड क्लियर होजये उसके बाद अब आपको पर्सनल इंटरव्यू (Personal interview) के लिए बुलाया जाता है जो की करीब 45 मिनट का होता है तो आपको इंटरव्यू क्लियर करना होगा यहाँ पर कई इंटरव्यू लेने वाले पैनल होते है जो आपसे काफी मुस्किल और ट्रिकी सवाल पूछते है तो आपको इसके लिए तैयार रहना होगा और आपको इस राउंड को भी क्लियर करना होगा तभी आप एक आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बन पाएंगे
तो इस तरह आप एक आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बन जायेंगे लेकिन याद रहे ये इतना आसान नहीं है इसके लिए आपको हो सकता है अलग से टयूसन लेना होगा या अगर आप सेल्फ स्टडी करके एग्जाम पास करना चाहते है तो कर सकते है याद रहे ये एग्जाम इंडिया का सबसे मुस्किल एग्जाम माना जाता है अगर आप वाकई में आईएएस एग्जाम क्लियर करना चाहते है तो ध्यान लगा कर पढ़े

इस जानकारी को सभी परिचित लोगो एवं विद्यार्थियों को बताए ताकि वे भी
अपने सपनो को साकार कर सके.   धन्‍यवाद   like    share  and press click
On ads.

Back to top

नवरात्रि #navratri2018 जानिए माँ दुर्गा के नो स्वरूप

🙏नवरात्रि 2018✨🎇 नवरात्र शुरू होने वाले है lekin क्या आप जानते है की नवरात्रि मे माँ दुर्गा के जिन नौ स्वरूपों के नाम क्या है तो आइए ...